संदेश

अक्तूबर, 2023 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पढ़ते टाइम नींद को कैस भगाए

चित्र
पढ़ते टाइम नींद को कैस भगाए   आज हम बात करेंगे की पढ़ते समय अगर आप को नींद आती है या आलस आता है तो आप उसे कैसे दूर सक सकते है| पहले हम समझेंगे की हमे नीद या आलस आखिर आता क्यों है इसके अनेक कारण होते है जैसे नींद पूरी न होना, एक साथ ज्यादा खाना खाना, विटामिन की कमी या फिर कोई अन्य कारण हो सकता है| पढ़ते समय नींद भगाने के तरीके   नींद पूरी लेना – कई बार हम काम में इतने उलझ जाते है कि सोने तक का समय नहीं होता है तो अगर आप 6-8 घंटे की नींद नहीं लेते हो तो आपके शरीर में थकावट रहती है क्युकी शरीर को काम करने से हुई थकावट को दूर करने के लिए नींद की आवश्यकता होती है जिससे वह शरीर को स्वस्थ बनाये रखता है| यह सबसे आम कारण होता है पढ़ते समय या फिर कुछ और करते समय नींद आने का | विज्ञान यह कहता है हमारा सोने का और उठने का समय अगर एक रहता है तो हमारे शरीर को भी अच्छी तरह पता होता है कि कब सोना-उठना है|   एक साथ ज्यादा खाना न खाना   – कभी कभी ऐसा होता है कि हम late खाना खाते है या फिर हमारा मनपसंद खाना बना होता है तो हम कुछ ज्यादा ही खा लेते है इसके कारण भी जब हम पढन...

बच्चों को खाली समय में क्या करना चाहिए

चित्र
बच्चों को खाली समय में क्या करना चाहिए आज हम बात करेंगे कि 5 से 12 साल के बच्चो को अपने खाली समय मे क्या करना चाहिए हमे बच्चो को इस उम्र मे ऐसी चीजे करानी चाहिए जिससे उनका दिमाग भी विकसित हो और उन्हे वह करने मे मजा भी आए अगर आप बच्चे के माता पिता है तो इसके लिए सबसे पहले अपने बच्चो को समझो कि उसको क्या करने का शौक है और क्या पसंद है| उसके हिसाब से आप उन्हे कुछ करा  सकते जिससे उसकी सोचने समझने कि शक्ति विकसित हो सके |  नीचे मैंने कुछ चीजे बताई है जो ज़्यादातर बच्चो को खाली समय मे करने का शौक होता है | खेलना-कूदना –   बच्चो सबसे ज्यादा अपने दोस्तो के साथ बाहर खेलना पसंद करते है जैसे मे खुद अपने बचपन मे सुबह से दोपहर तक अपने दोस्तो के साथ क्रिकेट खेलने जाता है और फिर शाम को भी कुछ न कुछ खेलता था| खेलना-कूदना बच्चो के मानसिक विकास के लिए बहुत जरूरी होता है बच्चो को खाली समय मे बाहरी खेल जैसे – क्रिकेट, फूटबाल, बैडमिंटन, छुपा-छुपाई आदि खेल सकते है इसके अलावा भी बहुत सारे खेल है जो बच्चे खेल सकते है| घर मे गेम्स खेलना –  कुछ खेल बच्चे घर बैठे भी...